Chitfund मामला : बठिंडा की ग्रीन सिटी काॅलोनी में एक ट्रेडिंग कारोबारी ने दोपहर ढाई बजे अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से बेटा-बेटी व पत्नी की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली। मृतकों की पहचान दविंदर गर्ग (41), पत्नी मीना गर्ग (38), बेटा आरुष गर्ग(14) व बेटी मुस्कान गर्ग (10) के रूप में हुई है। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें 9 लोगों पर जाने से मारने की धमकियां देने का आरोप लगाया है। आरोपियों में एक महिला और एक राजनीतिक पार्टी का पदाधिकारी भी शामिल है।
जानकारी के अनुसार दविंदर ने बिट काॅइन और अफारी काॅइन Chitfund कंपनी में लोगों के करोड़ों रुपए निवेश कराए थे, लेकिन पार्टनर धोखा देने के बाद भाग गया और दविंदर करोड़ों का देनदार हो गया था। एसएसपी भूपिंदरजीत सिंह विर्क ने बताया कि सुसाइड नोट में पैसों के लेन-देन को लेकर 9 लोगों पर धमकियां देने के आरोप हैं। सभी पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। 7 पन्नों के सुसाइड नोट में हर आरोपी के नाम के साथ उसका फोन नंबर लिखा है। परेशान करने वाले लोग लगातार ब्याज पर ब्याज लगा रहे थे। उसने लिखा है कि उसने कुछ लोगों के रुपए लौटा दिए थे, लेकिन फिर भी वह पैसे देने के लिए दबाव बना रहे थे।
मौत की 2 वजह कर्ज के कारण 13 करोड़ की कोठी 4.5 करोड़ में बेची, किराये के घर में रह रहे थे
- दविंदर ट्रेडिंग का कारोबार करता था। सबसे पहले उसने Chitfund कंपनी क्राउन के साथ कारोबार शुरू किया और कई लोगों के पैसे लगवाए। लेकिन उक्त कंपनी लोगों के करोड़ों रुपए लेकर भाग गई। दविंदर ने जिन लोगों के पैसे निवेश किए थे, उन्होंने जब मांगने शुरू किए तो 4 साल पहले दविंदर ने अपनी 1. करोड़ की कोठी 4.5 करोड़ रु. में बेच दी और लोगों को पैसे वापस किए। वह ग्रीन सिटी काॅलोनी में किराये के मकान पर रह रहा था। पिछले 3 साल से दविंदर ने बिट कॉइन कंपनी के साथ ट्रेडिंग शुरू की थी। इसमें भी करोड़ों निवेश कराए थे।
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- पिछले कुछ समय से दविंदर ने एक अफारी कॉइन नामक Chitfund कंपनी से ट्रेडिंग का कारोबार शुरू कर उसमें भी लोगों के करोड़ों रु. निवेश कराए। लेकिन उक्त कंपनियों में उसके साथ पार्टनर रहे व्यक्ति ने धोखाधड़ी की और लोगों के पैसे लेकर फरार हो गया। इसके बाद दविंदर से निवेश करने वालों ने पैसे मांगने शुरू कर दिए। करीब 2 साल से दविंदर ने बैंक से कर्ज लेकर कुछ लोगों के पैसे भी लौटाए थे। पैसे न होने के कारण वह कई लोगों के पैसे देने में असमर्थ था। जब धमकियां मिलने लगीं तो उसने यह कदम उठाया।
7 पन्नों का लिखा सुसाइड नोट
दविंदर ने 7 पेजों के सुसाइड नोट में 9 लाेगों पर पैसों के लिए धमकियां देने के आरोप लगाए हैं। उसने लिखा है कि उसे परेशान करने वाले लोग लगातार ब्याज पर ब्याज लगा रहे थे। कुछ लोगों के सवा करोड़ रुपए लौटा दिए थे, लेकिन उक्त लोगों ने चेक वापस नहीं किए और पैसे देने का दबाव बना रहे थे। उन लोगों से भी माफी मांगी है जिनको उसकी वजह से नुकसान पहुंचा है।