उज्जैन शहर के 1 हजार लोगों के 250 करोड़ रूपए फसे हुए है , भुगतान के लिए हाईकोर्ट जाएंगे निवेशक आदर्श क्रेडिट का पैसा कब मिलेगा ? करीब तीन साल से बंद आदर्श क्रेडिट सोसायटी में निवेश करने वाले लोगों ने जमा पूंजी के भुगतान के लिए हाईकोर्ट जाने की तैयारी की है। रविवार को ऋषिनगर स्थित भारत माता में हुई आर्दश संघर्ष समिति की बैठक में सदस्यों ने यह निर्णय लिया है।
समिति के मनीष टेलर ने बताया दो साल पहले तक सबकुछ ठीक था। निवेशकों को नियमित भुगतान भी हो रहा था। मगर अचानक 2018 में भारत सरकार ने देश के विभिन्न राज्यों में फैली आदर्श क्रेडिट सोसायटी की 849 शाखाओं को बंद कर इनके बैंक खाते फ्रिज कर लिक्विडेटर की नियुक्ति कर दी। इस कारण देशभर के निवेशकों के 22 हजार करोड़ रुपए का भुगतान नहीं हो पा रहा है। इसमें अकेले उज्जैन के लगभग 1 हजार निवेशक है। जिनके 250 करोड़ रु. आदर्श क्रेडिट सोसायटी में जमा हैं।
आदर्श क्रेडिट का पैसा कब मिलेगा – आदर्श सोसायटी की ताजा खबर
सरकार वापस करें हमारी जमापूंजी : आदर्श क्रेडिट सोसायटी में निवेश करने वालों में अधिकांश वरिष्ठ नागरिक हैं, जिन्होंने सेवानिवृति के बाद अपनी जिंदगी भर की जमा पंूजी यहां जमा कराई थी। सोसायटी में निवेश करने वाले केशव जोशी, हरिहर शर्मा, अरविंद जैन, अरविंद सिंह चंदेल, विशाल जोसेफ, प्रकाश चितौड़ा आदि ने बताया उनके 10 से 25 लाख रु. तक सोसायटी के पास जमा हैं।
तोमर ने कहा सरकार निवेशकों के पैसे वापस करने के लिए प्रयास कर रही है।
सोसायटी भारत सरकार से पंजीकृत होकर अच्छा प्रदर्शन कर रही थी। मगर अचानक सोसायटी बंद कर दी गई। ऐसे में उनके निवेश की राशि का भुगतान कौन करेगा। सहकारिता मंत्री नरेंद्र तोमर को शिकायत के बाद भी परिणाम नहीं मिलने पर अब हाईकोर्ट में मामला ले जाने की तैयारी समिति ने की है।