सहारा इंडिया ने सेबी के आरोपों का खंडन किया है। शुक्रवार को सहारा इंडिया ने कहा कि मार्केट रेगुलेटर सेबी सुप्रीम कोर्ट की अवमानना कर रहा है। सहारा इंडिया लेटेस्ट न्यूज़ 2020
सहारा ने बयान में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट रूप से कहा है कि हमें मूल राशि को जमा करना है, जो लगभग 24,700 करोड़ रुपए है। इसमें से सहारा इंडिया ने 22,500 करोड़ रुपए का भुगतान पहले ही कर दिया है, जिसमें ब्याज भी शामिल है। ऐसे में सेबी की मांग सरासर गलत है। दरअसल, सेबी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा कि कोर्ट, सहारा को 15% ब्याज के साथ 62 हजार करोड़ रुपए जमा करने का आदेश दे।
सहारा इंडिया लेटेस्ट न्यूज़ 2020 सेबी ने सहारा के खिलाफ दी सुप्रीम कोर्ट में याचिका
सहारा ने कहा कि मामला बेहद स्पष्ट है कि सेबी ने 8 सालों में देशभर के 154 अखबारों में 4 राउंड के विज्ञापन दिया और निवेशकों के केवल 107 करोड़ रुपए का भुगतान किया। इसमें आखिरी विज्ञापन लगभग एक साल पहले दिया गया था। यानी सेबी ने यह अब स्पष्ट कर दिया है कि वह आगे किसी और दावों को स्वीकार नहीं कर सकता है।
इससे पहले सेबी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल किया गया, जिसमें SEBI ने अदालत से अपील किया है कि वो सहारा ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय और उनकी दो कंपनियों को करीब 62.6 हजार करोड़ रुपए जमा करने का आदेश दे। अगर सुब्रत रॉय पैसा जमा नहीं करवा पाते हैं तो उन्हें कस्टडी में लिया जाए।
कोर्ट ने 2012 और 2015 में आदेश दिए थे कि सहारा ग्रुप को निवेशकों का सारा पैसा 15% ब्याज के साथ SEBI के पास जमा करना होगा। SEBI ने कहा कि 8 साल बाद भी यह ग्रुप कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं कर रहा है।