PACL Refund NEWS 177 चिटफंड कंपनियों की कुर्की, नांदगांव में निवेशकों के 7.92 करोड़ लौटाए जाएंगे
रायपुर | प्रदेश में अब तक 177 चिटफंड कंपनियों के विरूद्ध कुर्की प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किए गए हैं। इसमें शुक्वार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राजनांदगांव पुलिस ने चिटफंड कंपनी के डायरेक्टरों की जमीन नीलाम करते हुए 7.92 करोड़ रुपए निवेशकों को लौटाए जा रहे हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर चिटफंड कंपनियों के विरूद्ध राज्य पुलिस हितग्राहियों को धन लौटाने और कंपनियों के एजेण्टों के विरूद्ध दर्ज प्रकरण खात्मे का अभियान चला रही है। है। पुलिस द्वारा किसी भी एजेण्ट को गिरफ्तार नही किया जा रहा है।
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बल्कि सभी के प्रकरण को समाप्त करने की प्रक्रिया जारी है, वहीं कंपनियों के संचालकों की गिरफ्तारी के लिए व्यापक अभियान चलाए जा रहे हैं।पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 177 कंपनियोंके विरुध्द प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इनमें से 69 कंपनियों पर कुर्की की कार्यवाही की गई है। राजनांदगांव में चिटफंड कंपनियों के विरूद्ध छत्तीसगढ़ के निवेशकों के हितों का संरक्षण अधिनियम की धारा 6 के तहत कुर्क की गई भूमि की नीलामी राशि 07 करोड़ 92 लाख 21 हजार रूपए शासन के खाते में जमा किया गया है, जिसे निवशकों लौटाने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। इसी तरह बिलासपुर थाना सिविल लाईन के अपराध के तहत भारतीय दंड विधान में मकान की नीलामी कर 02 लाख 80 हजार रूपए आवेदिका को प्रदान किया गया है।
प्रदेश में 403 केस, ठगी का शिकार 3.65 लाख लोग,
रायपुर में सर्वाधिक 52 मामले
2015 से 2019 अक्टूबर तक 403 केस दर्ज, 3,65,570 लोग ठगी के शिकार।
इन लोगों से कंपनियों ने 12 अरब 59 करोड़ 83 लाख 39 हजार 436 रुपए ठगे।
2015 में 74, 2016 में 123, 2017 में 98, 2018 में 54, 2019 में 54 रिपोर्ट।
सर्वाधिक 52 केस रायपुर में। दुर्ग 39, राजनांदगांव 30, बिलासपुर 26, रायगढ़ में 25।
बेमेतरा-बालोद जिले में 20-20, जांजगीर-चांपा में 19, कांकेर में 18, कोरबा तथा बलौदाबाजार में 17-17, महासमुंद में 15, धमतरी में 14, सूरजपुर में 13, कोरिया में 12, कबीरधाम में 11, जशपुर में 6, दंतेवाड़ा में 5, बस्तर तथा बलरामपुर में 4-4, गरियाबंद तथा मुंगेली में 2-2 और बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव में एक-एक प्रकरण।
Bhaskar News |
तीन कंपनियों में ही डूबे 200 करोड़
पीएसीएल कंपनी में 4131 लोगों ने 23.82 करोड़ गंवाए।
एचबीएन कंपनी में 75 करोड़ से ज्यादा की रकम डूब गई।
स्पीक एशिया, रामसे में 100 करोड़ से ज्यादा रकम डूबी।