मध्यप्रदेश भोपाल से पैसा दोगुना करने का लालच देकर राजधानी समेत पूरे प्रदेश में ढाई हजार करोड़ रुपए से ज्यादा हड़पने वाली चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई तेज होगी। राज्य सरकार ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कुर्की के बाद अब प्राॅपर्टी को बेचने के लिए नीलामी की तैयारी कर ली है। साथ ही अब तक वसूले जा चुके 900 करोड़ रुपए की राशि को सीधे पीड़ितों के बैंक खातों में डाला जाएगा। चिटफंड कंपनी न्यूज़
प्रदेश में पिछले 12 महीने से जिलों में शिविर लगाकर पीड़ितों की शिकायतें दर्ज की गई थी। सबसे ज्यादा ग्वालियर-चंबल में चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई हुई है। शासन स्तर से चिटफंड कंपनियों से राशि को पीड़ितों के बैंक खातों में डलवाया जा रहा है। प्रशासन-पुलिस अभियान में निवेशकों को वापस राशि दिलवा रहे है।
सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के मुताबिक जिलों में जल्द ही विशेष कैंप लगाए जाएंगे। इसमें पीड़ितों को बैंक खाते में राशि दिलवाई जाएगी। कंपनियों की कुर्क संपत्ति को नीलाम किया जाएगा। इस नीलामी से मिली राशि से बाकी पीडितों को जमा रकम वापस दिलाएंगे।
कार्रवाई इनके खिलाफ
चिटफंड कंपनियों के खिलाफ विशेष अभियान के चलते सहारा इंडिया ने 618 करोड़ रुपए लौटाने का दावा किया है। नीमच में फ्यूचर मेकर लाइफ केयर कंपनी के साढ़े पांच करोड़, बड़वानी जिले की बीएन गोल्ड, आरकेआर, गुरू सांई रियल इस्टेट के 5 करोड़ 47 लाख रुपए की संपत्ति कुर्क की गई है।
सागर क्रेडिट को-ऑपरेटिव की 40 हेक्टयेर जमीन, ग्वालियर में सक्षम डेयरी और सन इंडिया की चार करोड़ की संपत्ति, देवास में मालवांचल कंपनी के 11 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की गई है। सबसे ज्यादा सांई प्रसाद कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।