कर्मचारी को कोरोना बताकर सहारा इंडिया कंपनी आफिस किया बंद

कर्मचारी को कोरोना बताकर सहारा इंडिया कंपनी आफिस किया बंद

जमा रकम की वापसी में ना-नुकूर से परेशान सहारा इंडिया कंपनी के जमाकर्ता व अभिकर्ता मंगलवार को आखिरकार सड़क पर उतर आए। तय कार्यक्रम के अनुसार सारे लोग स्टेट स्कूल मैदान से रैली के रूप में सहारा के सामाधीन मार्ग स्थित कार्यालय जा पहुंचे। कार्यालय बंद था। गेट पर सूचना लगाई गई थी जिसमें लिखा था कि कर्मचारी को कोरोना हो गया है। इसके चलते आगामी आदेश तक कार्यालय बंद रहेगा। इस सहारा के अफसरों की झूठी कहानी बताते हुए प्रदर्शनकारी नारेबाजी करने लगे। तभी सीएसपी एमएस चंद्रा वहां पहुंचे। उन्होंने इस आश्वासन के साथ प्रदर्शनकारियों को लौटाया कि बुधवार को उनकी बैठक सहारा के अफसरों के साथ कराई जाएगी।

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जिले में सहारा इंडिया के हजारों जमाकर्ताों के करोड़ों रुपए कंपनी में मजा हैं। खाते परिपक्व होने के बाद भी भुगतान नहीं मिलने से जमाकर्ता तो परेशान हैं ही, माध्यम रहे अभिकर्ताों की भी मुसीबत बढ़ गई है। कंपनी के अफसरों कै रवैये से परेशान होकर अभिकर्ताों के साथ जमाकर्ताों ने भी आंदालन का फैसला किया है। हफ्तेभर से शासन-प्रशासन तक अपनी समस्याएं पहुंचायी जा रही है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकलने पर मंगलवार को सहारा आफिस के बाहर धरना प्रदर्शन करने जा पहुंचे।

आंदोलन को लेकर कई दिनों से रणनीतियां बनाई जा रही है। मंगलवार को भी स्टेट स्कूल मैदान से एकत्र होकर इस पर चर्चा की गई। उसके बाद रैली लेकर सभी सहारा आफिस पहुंच गए। गेट पर ताला लगा था। सूचना में एक कर्मचारी को कोरोना संक्रमित बताकर आफिस अगले आदेश तक बंद रखने की जानकारी लिखी गई है। यह देखकर अभिकर्ता व जमाकर्ता भड़क गए। अफसरों के खिलाफ खूब नारेबाजी करने लगे। बताया गया? कि पिछले दिनों सहारा के रीजनल मैनेजर भी पाजिटिव आए थे। तब सिर्फ उनके कक्ष को ही बंद किया गया? था। फिर एक कर्मचारी के संक्रमित पाए जाने पर पूरे आफिस को क्यो बंद किया गया? प्रदर्शनकारी इसे झूठी कहाना बताकर जमाकर्ताों को भ्रमित करने का प्रयास बताया। अफसरों के मोबाइल बंद

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बताया गया कि आंदोलन की पूर्व सूचना के चलते सहारा के अफसरों ने पहले ही आफिस बंद रखने की रणनीति बना ली थी। मंगलवार को इसी कारण आफिस खोला ही नहीं गया। नारेबाजी के बीच वहां पहुंचे सीएसपी ने यह कहकर एजेंटों को लौटने की कोशिश की कि प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली गई है। जब एजेंटों ने सूचना व ज्ञापन की प्रतियां दिखाई, तब पुलिस की टीम मानी। सीएसपी ने चार नवंबर को सहारा अफसरों के साथ बैठक कराने का आश्वासन देकर एजेंटों के साथ अभिकर्ताों को शांत कराया।

अभिकर्ताों व जमाकर्ताों के साथ प्रदर्शन कर रहे शेषनारायण देवांगन ने बताया कि उन्हें प्रशासन पर भरोसा है। कंपनी के अफसरों के साथ बैठक कराकर जमाकर्ताों की राशि दिलाए। भुगतान नहीं हुआ तो जमाकर्ताों के साथ अभिकर्ता भी भूख हड़ताल में बैठेंगे। सीएसपी चंद्रा ने बताया कि प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों को शिकायत लेकर बुलाया गया है। आने पर सहारा के अफसरों के साथ बैठक करा दी जाएगी।

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